Monday, October 22, 2012

Shayad



In the memory of Asheesh Sharma My Bestest friend...one of the brightest pilots in Indian Air Force who passed away in a freak accident....

शायद

सर उठा के नीले शून्य में देखती हूँ
सोचकर कहीं तुम नज़र आओगे शायद

उड़ते हुए हर जहाज़ के पर गिनती हूँ
उम्मीद में की तुम हाथ हिलाओगे शायद

हर उड़ते पक्षी के पर गिनने लगती हूँ
सोचकर की अब तुम्हारा यही रूप हो शायद

हर कल्पना तुम्हारे उड़ने से जोडती हूँ
हवा के झोंके से ही आये थे तुम इसलिए शायद

और मेरे जीवन का सारा दर्द ले गए थे
अपनी मीठी मुस्कान के साथ शायद

क्यूं उड़ते उड़ते ही चले गए सदा के लिए
सोचा होगा की अब मैं जी लूंगी शायद

जानते थे जाना होगा एक दिन इसलिए
स्वयं के लिए जीना सिखाया था मुझे शायद